विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान पर फोकस करना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की बीच मची घमासान के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को बैठक की। इस मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, मु्ख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस नेता सचिन पायलट, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा,सहित कई नेता शामिल हुए थे।
बैठक में राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान के नेताओं को एकजुट होकर चुनाव लड़ने को कहा है। नेताओं से कहा गया है कि चुनावों में एकजुट होकर मैदान में उतरे, अब किसी तरह के मतभेद की बात सामने नहीं आनी चाहिए। बैठक में नेताओं ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का भरोसा दिलाया।
राजस्थान विधानसभा चुनाव पर कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि उम्मीदवारों का चयन उनके जीतने की संभावना पर होगा। हम कई सर्वे करा रहे हैं और उम्मीदवारों के जीतने की संभावना पर ही उनका चयन होगा। हम सितंबर के पहले हफ्ते में उम्मीदवारों का चयन और घोषणा करेंगे।
बैठक के बाद सचिन पायलट ने कहा कि विधानसभा चुनावों के लिए एक बैठक बुलाई गई थी। पिछले 25 सालों से राज्य में एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस का जो चलन चल रहा है इसे खत्म करने के लिए बहुत ही सार्थक व्यापक और महत्वपूर्ण चर्चा हुई है। सभी ने विश्वास व्यक्त किया है कि हम अपनी सरकार को रिपीट कर सकते हैं।
बता दें कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच काफी समय से विवाद चला आ रहा है। पायलट ने गहलोत सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे और जन संघर्ष यात्रा भी की थी। इसके जरिए पायलट कई जिलों में गए और लोगों को एकजुट करने की कोशिश की थी। सचिन पायलट के समर्थकों की मांग है कि गहलोत को हटाकर पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाए।