लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र आज का दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए बड़ा हालचाल वाला दिन रहा। एक तरफ जहाँ विपक्षी दलों की बैठक बैंगलोर में थी तो दूसरी सत्ता पक्ष के दलों की बैठक दिल्ली में थी। NDA के बैठक में 39 Dal शामिल हुए थे।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक तरह से NDA अटल जी की एक ओर विरासत है जो हमें जोड़े हुए है। NDA के निर्माण में आडवाणी जी ने भी बहुत अहम भूमिका निभाई थी और वो आज भी हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं…हाल ही में NDA के गठन के 25 साल पूरे हुए हैं, ये 25 वर्ष देश की प्रगति को गति देने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि NDA का मतलब है N-न्यू इंडिया, D- विकसित राष्ट्र, A- लोगों की आकांक्षा। आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचितों को NDA पर भरोसा है।
पीएम मोदी ने कहा हम केवल आज की जरूरतों के लिए काम नहीं कर रहे हैं, हम आने वाली पीड़ियों के भविष्य को भी सुरक्षित बना रहे हैं…हम विकास भी कर रहे हैं और विरासत को भी सहेज रहे हैं, हम मेक इन इंडिया पर भी बल दे रहे हैं और पर्यावरण की रक्षा भी कर रहे हैं, हमारी नीयत साफ है, नीति स्पष्ट है और निर्णय ठोस है।
आगे विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीति में प्रतिस्पर्धा हो सकती है लेकिन शत्रुता नहीं होती लेकिन आज विपक्ष ने अपनी एक ही पहचान बना ली है, हमें गाली देना, हमें नीचा दिखाना। बावजूद इसके हमने देश को दलों के हित से उपर रखा है। यह NDA सरकार ही है जिसने प्रनब मुखर्जी को भारत रत्न दिया, हमने मुलायम सिंह यादव, शरद पवार, गुलाम नबी आज़ाद जैसे अनेक नेताओं को पद्म सम्मान दिया।
आखिर में पीएम मोदी बोले कि जनता देख रही है कि ये पार्टियां क्यों इकट्ठा हो रही हैं? जनता ये भी जान रही है कि ऐसा कौन सा गोंद है जो इन पार्टियों को जोड़ रहा है। किस तरह छोटे-छोटे स्वार्थ के लिए मूल्यों और सिद्धांतों से समझोता किया जा रहा है।