रविवार को फिनलैंड में बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बाद वहां की सत्ताधारी सोशल डेमोक्रेट पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के लिए 34 वर्षीय पूर्व परिवहन मंत्री सना मरीन का चुनाव किया है। इसी के साथ सना मरीन देश के इतिहास के साथ ही पूरी दुनिया में सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गई हैं। उनके बाद यूक्रेन के प्रधानमंत्री ओलेक्सी होन्चारुक आते हैं, जो अभी 35 वर्ष के हैं। उनके बाद न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा आर्डेन (39 साल) और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन (35 साल) के नाम आते हैं।
देश के बदले घटनाक्रम में एंटी रिने के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से इश बात के कयास लग रहे थे कि सना मरीन को देश की बागडोर दी जा सकती है। देश की पूर्व परिवहन और संचार मंत्री सना मरीन ने रविवार को पार्टी में प्रधानमंत्री पद के नेता के लिए हुआ मतदान जीतकर निवर्तमान प्रधामंत्री एंटी रिने का स्थान लिया। बता दें कि देश में हुई डाक हड़ताल से निपटने के तरीके को लेकर गठबंधन में सहयोगी सेंटर पार्टी ने रिने का विरोध कर दिया था, जिसके बाद मंगलवार को उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद मरीन ने कहा कि विश्वास दोबारा कायम करने के लिए हमें बहुत काम करना होगा। मैंने अपनी उम्र या लिंग के बारे में कभी नहीं सोचा है। मैं मेरे राजनीति में आने के कारणों और उन चीजों के बारे में सोचती हूं जिनके लिए हमने मतदाताओं का विश्वास जीता है।
कर्मचारियों के मेहनताने में कटौती के कारण रिने का विरोध हुआ
फिनलैंड को मंदी से बाहर निकालने के वादे के साथ एंटी रिने के नेतृत्व में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ने अप्रैल में मामूली अंतर से जीत हासिल की थी। सरकार ने700 डाक कर्मचारियों के मेहनतानेमें कटौती की योजना बनाई थी। इस फैसले के विरोध में डाक कर्मचारी बीते एक महीने से हड़ताल पर थे।