विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी पर करारा हमला बोला है। अमेरिका में कांग्रेस नेता के भारतीय लोकतंत्र पर दिए गए बयान को लेकर जयशंकर ने राहुल को घेरा है। उन्होंने कहा कि वो जब भी बाहर जाते हैं तो देश की आलोचना करते हैं। हमारी राजनीति के बारे में टिप्पणी करते हैं।
उन्होंने कहा कि आज लोग भारत को सुनना चाहते हैं और उन्हें लगता है कि भारत के साथ काम करने से उनका प्रभाव भी तेज होगा। आज हम जो प्रभाव डाल रहे हैं, उससे हमारी परंपरा का उत्सव मनाया जा रहा है। हम बाहर जाते हैं और भारत की ओर से लोगों से मिलते हैं। हम समाज के विभिन्न क्षेत्र के लोगों से मिलते हैं। दुनिया, विशेष रूप से ग्लोबल साउथ, भारत को एक विकास के भागीदार के रूप में देखता है।
आगे उन्होंने कहा कि दुनिया का एक बड़ा हिस्सा हमें एक विकास भागीदार के रूप में देखता है, न केवल एक विकास भागीदार के रूप में बल्कि एक विकास भागीदार के रूप में जो प्रधानमंत्री द्वारा कही गई बातों पर खरा उतरता है। हम अपने पार्टनर के साथ वो काम करते हैं जो उनकी प्राथमिकता होती है…आज भारत की दूसरी छवि एक आर्थिक सहयोगी की है।
राहुल गाँधी पर हमला करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि उनकी (राहुल गांधी) आदत है कि जब वो बाहर जाते हैं तो वे देश की आलोचना करते हैं, हमारी राजनीति के बारे में टिप्पणी करते हैं। दुनिया देख रही है कि इस देश में चुनाव होते हैं और चुनाव में कभी एक पार्टी जीतती है, कभी दूसरी पार्टी। अगर देश में लोकतंत्र नहीं है तो ऐसा परिवर्तन तो नहीं आना चाहिए…हमें पता है कि 2024 के चुनाव का नतीजा तो वही होगा।
विदेशी रिश्तों पर एस जयशंकर बोले कि रूस यूक्रेन के युद्ध का अलग-अलग देशों पर अलग प्रभाव है। अब रूस और चीन या और किसी देश पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा वह वे खुद तय करेंगे। 1955 के बाद से विश्व में बहुत कुछ हुआ लेकिन हमारा और रूस का रिश्ता स्थिर रहा है क्योंकि दोनों देश यह समझते हैं कि दोनों बड़े यूरेशियन देश है और पूरे यूरेशिया की स्थिरता हमारे रिश्तों पर निर्भर है।