बेंगलूरू – कर्नाटक चुनाव में अब धांधली करके कुछ इलाकों में चुनाव रद्द कराने की कोशिशें किए जाने की खबरे आ रही हैं। मंगलवार को बेंग्लुरु के जलाहाल्ली क्षेत्र में एक फ्लैट से बड़ी तादाद में वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए। जिसके बाद कांग्रेस और भाजपा के बीच तूतू-मैंमैं शुरु हो गई है। उधर चुनाव आयोग ने इस मामले पर देर रात प्रेस कांफ्रेंस की।
चुनाव आयोग ने कहा कि यह क्षेत्र राज राजेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में पड़ता है। चुनाव आयोग के अधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि उन्होंने खुद इस फ्लैट में जाकर मुआयना किया। उनके अनुसार वहां से 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए हैं। इन्हें छोटे बंडलों में बांधकर रखा गया था और हर बंडल पर फोन नंबर और नाम लिखा था।
बड़ी संख्या में बरामद किये गये वोटर आईडी कार्ड के बाद भाजपा ने आनन-फानन इस मुद्दे पर आरोप कांग्रेस पर लगा दिया, और चुनाव रद्द करने की मांग करते हुए पुलिस से शिकायत भी की। लेकिन जैसे ही यह बात सामने आई कि जिस फ्लैट में वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए हैं, वह एक भाजपा नेता का और उसमें रहने वाला व्यक्ति इस भाजपा नेता का दत्तक पुत्र है, तो भाजपा खेमे में सन्नाटा छा गया।
वोटर आईडी कार्ड की बरामदगी पर पर कांग्रेस मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भाजपा इस तरह कांग्रेस पर इल्जाम लगाकर अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करना चाहती है। उन्होंने कहा कि यह वोटर आईडी कार्ड ना तो पुलिस ने बरामद किए हैं ना ही चुनाव आयोग ने बल्कि इन्हें भाजपा कार्यकर्ता ने बरामद किया है।
उन्होंने बताया कि जिस फ्लैट से वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए हैं वो फ्लैट मंजुला नंजामुरी का है, जो कि भाजपा की नेता हैं. जबकि फ्लैट में रहने वाला व्यक्ति उन्हीं का बेटा राकेश है। सुरजेवाला ने कहा कि 2015 में राकेश ने भाजपा के टिकट पर निगम चुनाव लड़ा था लेकिन वो हार गए थे।
सुरजेवाला ने इस मुद्दे पर चार सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि, क्या इस फ्लैट की मालकिन भाजपा से ताल्लुक नहीं रखती? क्या यह सच नहीं है कि उन्होंने यह घर अपने ही बेटे को किराये पर दिया? यह सभी वोटर आईडी कार्ड भाजपा नेता के घर कैसे पहुंचे? और क्या भाजपा के बड़े नेताओं के खिलाफ जांच नहीं होनी चाहिए?इससे पहले भाजपा के सदानंद गौड़ा ने आरोप लगाया था कि इस मामले में राज राजेश्वरी नगर से कांग्रेस के उम्मीदवार मुनिरत्न नायडू का हाथ है।