मणिपुर हिंसा के बाद लगातार सरकार विपक्षी दलों एवं नेताओं के निशाने पर है। मणिपुर हिंसा मामले पर लगातार विपक्ष सरकार से चर्चा की मांग कर रही है, किसी मामले में मचे बवाल को लेकर कई विपक्षी सांसद धरने पर बैठे हुए हैं। इसी बीच सीपीआई महासचिव डी राजा ने मंगलवार को कहा कि मणिपुर में जो हिंसा देखी जा रही है, वह आरएसएस विचारधारा द्वारा संचालित बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति का नतीजा है।
वरिष्ठ सीपीआई नेता ने कहा कि बीजेपी पूरे देश में डबल इंजन सरकार की बात करती है, लेकिन मणिपुर में हिंसा के लिए वही डबल इंजन सरकार जिम्मेदार है। बीजेपी मणिपुर के प्राकृतिक संसाधनों को लूटने के लिए कॉर्पोरेट क्षेत्र के साथ सांठगांठ करना चाहती थी, इसीलिए उसने हिंसा भड़काई है।
डी. राजा ने चेन्नई में सीपीआई मुख्यालय में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, ऐसी आशंकाएं हैं कि कॉर्पोरेट क्षेत्र द्वारा मणिपुर के प्राकृतिक संसाधनों को लूटने की योजना बनाई जा रही है और इन आरोपों में गौतम अदाणी का नाम भी सामने आ रहा है। डी. राजा ने आगे कहा कि मणिपुर में हिंसा मानवता के खिलाफ है और उन्होंने इसके लिए डबल इंजन सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
बता दें कि मणिपुर में तीन मई से मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जातीय संघर्ष चल रहा है। 4 मई को कुकी समुदाय की करीब एक हजार लोगों की भीड़ ने दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया। आरोप है कि महिलाओं के साथ दुष्कर्म भी किया गया। इसका वीडियो 19 मई को सामने आया। इस पर देश में गुस्सा है। मणिपुर में अब 160 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए।