बिहार के कटिहार ज़िले में वंदे मातरम नहीं गाने पर एक मुस्लिम शिक्षक की पि!टाई का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि शिक्षक ने अपने धर्म का हवाला देते हुए गणतंत्र दिवस के अवसर पर वंदे मातरम गाने से इनकार कर दिया था, जिसके चलते स्थानीय लोगों ने उसकी पि!टाई कर दी। इस मामले का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि लोग शिक्षक से वंदे मातरम गाने को बोल रहे हैं, जिसका वह धर्म का हवाला देकर गाने से इनकार कर रहा है। इसके बाद स्थानीय लोग भ!ड़क जाते हैं और भारत माता की जय-वंदे मातरम का नारा लगाते हुए शिक्षक की पि!टाई शुरु कर देते हैं।

जानकारी के मुताबिक पीड़ित शिक्षक का नाम अफजल हुसैन है। हुसैन का कहना है कि उसने वन्दे मातरम इसलिए नहीं गया क्योंकि यह उसकी धार्मिक मान्यता के खिलाफ है। हुसैन का कहना है, “हम अल्लाह में विश्वास करते हैं और वन्दे मातरम हमारी मान्यता के खिलाफ है”। पीड़ित शिक्षक ने कहा कि वंदे मातरम का अर्थ है भारत माता की वंदना (हिंदी में स्तुति), जिसे हम नहीं मानते। संविधान में ये कहीं नहीं लिखा है कि वन्दे मातरम कहना जरूरी है। मेरी जान जा सकती थी।
कटिहार के जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश चंद्र देव का कहना है कि उनको इस मामले में अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। हालांकि उन्होंने कहा है कि अगर उन्हें कोई शिकायत मिलती है, तो जरूर मामले की जांच करेंगे।

वहीं, बिहार के शिक्षा मंत्री केएन प्रसाद वर्मा ने कहा कि अगर इस तरह की कोई घटना हुई है तो कार्रवाई की जाएगी। राष्ट्रीय गीत का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बता दें भारत के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम को लेकर पहले भी कई बार विवाद खड़ा हो चुका है। अभी हाल ही में मध्य प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद सचिवालय में वंदे मातरम पर रोक लगाने को लेकर बवाल खड़ा हो गया था।