जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आ!तंकी हमले के बाद कई मुस्लिम संगठनों और नेताओं ने इसके विरोध में अपनी आवाज़ बुलंद की है। मुस्लिम संगठनों ने इस हम!ले को इस्लाम और मानवता विरोधी बताया है। जमीयत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि इस तरह के आ!तंकी हम!लों ने इस्लाम की पवित्र आत्मा का हनन किया। मदनी ने कहा, “सभी भारतीय नागरिक मृ!त सैनिकों के शोक संतप्त परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और आतं!कवादियों की निंदा में एकजुट हैं।” वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत के अध्यक्ष नावेद हामिद ने कहा कि इस तरह के भयावह हम!ले की निंदा करने के लिए “निंदा” एक छोटा शब्द होगा। उन्होंने कहा, “मेरा दिल पुलवामा आ!तंकी हमले में शही!द सीआरपीएफ के दर्जनों जवानों के परिवारों के लिए है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस हम!ले पर संज्ञान लेने की जरूरत है और वास्तविक दोषियों का पता लगाने का समय है।”

इसके साथ ही दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना सैय्यद अहमद बुखारी ने जुमा की नमाज से पहले दिए जाने वाले खुत्बे में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतं!कवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने इस हमले को आतं!कियों की कायराना हरकत बताया। उन्होंने शही!द जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि पूरा मुल्क उनके साथ है। उन्होंने सरकार से इस घटना में शामिल लोगों की पहचान करने और उन्हें कठोर से कठोर सजा दिए जाने की मांग की है। मौलाना बुख़ारी ने कहा कि किसी भी आतं!कवादी घटना को इस्लाम से जोड़ना सही नहीं है क्योंकि इस्लाम का आतं!कवाद से कोई लेना देना नहीं है। इस्लाम दुनिया में शांति और अमन का पैगाम देने वाला धर्म है।

शाही मस्जिद फतेहपुरी के इमाम डॉक्टर मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने भी आज जुमे की नमाज से पहले अपने संबोधन में कहा कि पुलवामा में हुई आतं!कवादी घटना ने पूरे मुल्क को गमगीन कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस घटना को अंजाम देने वाले लोग अपने आपको इस्लाम पैरोकार ना समझें क्योंकि इस्लाम इंसानियत के कत्ल की इजाजत बिल्कुल नहीं देता है। मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा की घटना में शामिल लोग इस्लाम को बदनाम कर रहे हैं जबकि इस्लाम का मूल सिद्धांत पूरे विश्व में शांति की स्थापना करना है। उन्होंने सरकार से इस घटना में शामिल लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग भी की है। वहीं ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना उमैर अहमद इलियासी ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कि इस घटना के पीछे जो लोग भी शामिल हैं,

सरकार उन्हें गिरफ्तार कर अंजाम तक जरूर पहुंचाएगी। उन्होंने इस घटना के लिए पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कश्मीर में व्याप्त हिं!सा के पीछे पड़ोसी देश पाकिस्तान का हाथ है। यह किसी से छिपा नहीं है लेकिन हमारी सुरक्षा एजेंसियों को भी हमेशा पाकिस्तान के नापाक कोशिशों को रोकने के लिए चाक-चौबंद रहना चाहिए।