पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार रात करीब 8:28 मिनट बजे निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे। जानकारी के मुताबिक उनका मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में निधन हुआ। बादल का शव बुधवार सुबह मोहाली से बठिंडा बादल गांव तक अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। पीटीआई के मुताबिक शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता को सांस लेने में परेशानी होने की शिकायत के बाद एक हफ्ते पहले मोहाली में फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
प्रकाश सिंह बादल का जन्म 8 दिसंबर, 1927 को मलौत के पास अबुल खुराना के दक्षिण-पश्चिम पंजाब गांव में हुआ था। वह पंजाब के पहले मुख्यमंत्री थे जो चौथी बार इस पद पर काबिज हुए थे। इनका विवाह सुरिंदर कौर से हुआ था जिनका निधन कैंसर की लंबी बीमारी के कारण 2011 में हो गया था। इनका एक बेटा और एक बेटी हैं। प्रकाश सिंह बादल के बेटे सुखबीर सिंह बादल पंजाब के जलालाबाद निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं और पंजाब के उप-मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
प्रकाश सिंह बादल ने साल 1947 में राजनीति शुरू की थी। उन्होंने सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। तब वे सबसे कम उम्र के सरपंच बने थे। 1957 में उन्होंने पहला विधानसभा चुनाव लड़ा। 1969 में उन्होंने दोबारा जीत हासिल की। 1969-70 तक वे पंचायत राज, पशु पालन, डेयरी आदि मंत्रालयों के मंत्री रहे।
इसके अलावा वे 1970-71, 1977-80, 1997-2002 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने। वे 1972, 1980 और 2002 में विरोधी दल के नेता भी बने। मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्री रहते वे सांसद भी चुने गए। 2022 का पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद वे सबसे अधिक उम्र के उम्मीदवार भी बने।
प्रकाश सिंह बादल जब 1970 में पहली बार सीएम बने तो वो देश के सबसे कम उम्र के सीएम थे। उस वक्त उनकी उम्र महज 43 साल थी। ये दिलचस्प बात रही कि जब वो साल 2012 में 5वीं बार सीएम बने तो वो देश के सबसे उम्रदराज सीएम बने थे साल 2022 में भी वो चुनाव लड़े थे तो उस वक्त वो सबसे उम्रदराज उम्मीदवार रहे थे। शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक बादल को पंजाब की सत्ता में बेताज बादशाह कहा जाता था।