नई दिल्ली। सांसे थामकर रख देने वाले मैच में मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को 1 रन से हराकर चौथी बार आईपीएल की ट्रॉफी अपने नाम कर ली। शेन वॉटसन (80) की शानदार बल्लेबाजी के दम पर चेन्नई लगभग इस मैच को जीतने के कगार पर पहुंच चुकी थी लेकिन लसिथ मलिंगा के अंतिम ओवर में वॉटसन के रन आउट ने नाजुक समय पर मैच का रूख पलट दिया। इसके बावजूद चेन्नई के पास अंतिम गेंद पर सिंगल लेकर मैच को टाई करने का शानदार अवसर था लेकिन यहां पर मलिंगा ने अपना पूरा अनुभव झोंकते हुए शार्दुल ठाकुल को स्लो यॉर्कर गेंद फेंकी जिस वे पगबाधा आउट हो गए और 1 रन से मैच मुंबई इंडियंस की मुठ्ठी में आ गया।
मलिंगा के अंतिम ओवर के अलावा इस मैच को बुमराह की शानदार गेंदबाजी के लिए याद रखा जाएगा जिन्होंने 4 ओवर में केवल 14 रन देकर दो विकेट हासिल किए। वहीं, 150 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई की शुरुआत शानदार रही। फाफ डु प्लेसिस (26) और शेन वॉटसन ने पहले विकेट के लिए 33 जोड़े और फिर वॉटसन ने खूब प्रहार करते हुए टीम का स्कोर 70 रनों तक पहुंचा दिया। हालांकि टीम को मध्यक्रम पर सुरेश रैना (8), अंबाती रायडू (1) और धोनी (2) के रूप में जल्दी-जल्दी झटके लगे, लेकिन वॉटसन एक छोर पर खड़े रहे।
इससे पहले मुंबई इंडियंस ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए शुरआत को शानदार की लेकिन बाद में वे ना अपनी तेजी बरकरार रख पाए और ना ही विकेट ही बचा पाए। डिकॉक (29 रन, 17 गेंद) समेत सभी टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों ने दहाई का आंकड़ा छुआ लेकिन कोई भी पारी को आगे नहीं खींच सका। ईशान किशन ने 26 गेंदों पर 23 रनों की पारी खेली। निचले क्रम पर जब हार्दिक पांड्या और कीरोन पोलार्ड की जोड़ी खेल रही थी तो लग रहा था कि मुंबई यहां 160 रनों का आंकड़ा छू लेगी। लेकिन यहां पर चेन्नई सुपर किंग्स की डेथ ओवरों में गेंदबाजी को श्रेय देना होगा।
खासकर दीपक चाहर ने बेहद शानदार गेंदबाजी की। हार्दिक पांड्या इस बार कोई आतिशी पारी नहीं खेल सके और 16 रन बनाकर चाहर के शिकार हुआ। पोलॉर्ड ने अंतिम क्षणों में बेहतरीन पारी खेलकर मुंबई को 149 रनों तक पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंदों पर 41 रनों की पारी खेली। गेंदबाजी में दीपक चाहर ने 4 ओवरों में 26 रन देकर 3 विकेट लिए। इसके लिए शार्दुल ठाकुर और इमरान ताहिर को भी 2-2 विकेट मिले।