भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में कई राज्यों में अपने प्रदेश अध्यक्षों को बदल दिया। 2024 में होने जा रहे लोक सभा के आम चुनाव और उससे पहले कई बड़े राज्यों के विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह एक बड़ा सियासी कदम है।
पंजाब में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले कद्दावर नेता सुनील जाखड़ को पंजाब बीजेपी का मुखिया बनाया है। जाखड़ के अलावा जी. किशन रेड्डी को तेलंगाना के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, डी. पुरंदेश्वरी को आंध्र प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष बने।
जाखड़ को अश्वनी शर्मा की जगह लाया गया, अश्वनी शर्मा को पदमुक्त करने की चर्चा अमित शाह के गुरदासपुर दौरे से ही शुरू हो गई थी। जाखड़ केंद्रीय गृह मंत्री के काफी निकट माने जाते हैं। जाखड़ गुरदासपुर से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार भी हो सकते हैं। पार्टी अध्यक्ष बनाने का मुख्य कारण यही है कि वह हिंदू और जट्ट समुदाय का संयुक्त चेहरा हैं।
ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी का अकाली दल के साथ दोबारा गठबंधन हो सकता है, ऐसे में एक बार फिर हिंदू-सिख भाईचारे वाली राजनीती होगी। यह भी चर्चा है कि गुरदासपुर सीट से 2024 में सुनील जाखड़ भाजपा का चेहरा हो सकते हैं क्योंकि अभिनेता सनी देओल को लेकर जिस तरह की नेगेटिविटी फैली है उसकी कमी को सुनील जाखड़ के रूप में पूरा किया जा सकता है।
पंजाब की सियासत की बात करें तो 7 ऐसे बड़े चेहरे हैं, जो भाजपा का दामन थाम चुके हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा सुनील जाखड़, पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल, पूर्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़, राजकुमार वेरका, सुंदर शाम अरोड़ा, बलबीर सिंह सिद्धू और राणा गुरमीत सोढी शामिल हैं। BJP को उम्मीद है कि ये सभी वे चेहरे हैं, जो उन्हें पंजाब की 13 लोकसभा सीटों के लक्ष्य तक पहुंचा सकते हैं।