पहलवानों के समर्थन में शनिवार को हरियाणा के सोनीपत में खाफ महापंचायत आयोजित हुई। महापंचायत में फैसला हुआ कि 15 जून तक सरकार कोई फैसला नहीं लेती है तो पहलवान फिर से धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे। इसी बीच पहलवान साक्षी मलिक ने भारतीय कुश्ती महांसघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की।
महापंचायत में फैसला लिया गया कि सरकार 15 जून तक कोई निर्णय नहीं लेती है तो आगे की रणनीति का ऐलान किया जाएगा। साक्षी मलिक ने कहा, बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी होनी चाहिए। वो बाहर रहेगा तो डर का माहौल रहेगा। पहले गिरफ्तार करो, फिर जांच करो। हमें समर्थन मिल रहा है। हम सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे हैं। कुछ फेक खबरें चलाईं जा रही हैं।
पहलवान साक्षी मलिक ने कहा- हम एशियाई खेलों में तभी भाग लेंगे जब इन सभी मुद्दों का समाधान हो जाएगा। आप नहीं समझ सकते कि हम मानसिक रूप से हर दिन किस दौर से गुजर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भाजपा सांसद पर कई गंभीर आरोपों के तहत मामला भी दर्ज किया जा चुका है।
वहीं बजरंग पूनिया ने कहा कि सरकार बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए तैयार नहीं है। केंद्र ने 15 जून तक का समय लिया है। कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए फिर से धरना दिया जाएगा। 15 के बाद 16 या 17 जून को जंतर-मंतर या रामलीला के मैदान पर दोबारा धरना किया जा सकता है।
दूसरी ओर, गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय रैफरी जगबीर सिंह ने दावा किया कि उन्होंने 2013 के बाद से कई मौकों पर महिला पहलवानों के प्रति बृजभूषण शरण सिंह का अनुचित रवैया देखा है। जगबीर ने कहा, मैं 2007 से यूडब्ल्यूडब्ल्यू का रैफरी हूं और प्रदर्शनकारी पहलवानों के जन्म से पहले से रैफरिंग कर रहा हूं। मैं बृजभूषण को भी लंबे समय से जानता हूं। उन्होंने कहा,लड़कियों के शिकायत दर्ज कराने तक मैं ज्यादा कुछ कह नहीं सका। मैं कुछ कर भी नहीं सका लेकिन मैने अपनी आंखों से देखा है और मुझे बुरा लगा है।