लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। एनसीपी ने दो कार्यकारी अध्यक्ष की घोषणा की है। इसमें सुप्रिया सोले और प्रफुल्ल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही सुप्रिया सोले को पंजाब और हरियाणा का प्रभारी भी नियुक्त किया है। वहीं, प्रफुल्ल पटेल को मध्य प्रदेश, राजस्थान और गोवा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पिछले दिनों ही शरद पवार ने पार्टी प्रमुख की जिम्मेदारी छोड़ने का ऐलान किया था। हालांकि, कार्यकर्ताओं की नाराजगी और नेताओं के मनाने के बाद उन्होंने अपना निर्णय वापस ले लिया था। पवार की पेशकश पर विचार-विमर्श के लिए गठित पैनल ने 5 मई को उनके इस्तीफे को स्वीकार करने से मना कर दिया था और उनसे पार्टी अध्यक्ष बने रहने का आग्रह किया था।
सुनील तटकरे को राष्ट्रीय महासचिव के अलावा ओडिशा और पश्चिम बंगाल का प्रभारी नियुक्त किया गया है। वह किसान मोर्चा और अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के भी प्रभारी होंगे। इनके अलावा पार्टी नेता मोहम्मद फैजल को तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। नंदा शास्त्री को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।
सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष घोषित कर शरद पवार ने परोक्ष तौर पर सुप्रिया को अपना उत्तराधिकारी बना दिया है। दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर परिवारवाद को बढ़ावा देने के आरोप से भी शरद पवार बच गए। वहीं, प्रफुल्ल पटेल को महाराष्ट्र की ज़िम्मेदारी न देकर उन्हें महाराष्ट्र से दूर रखने का ही काम किया गया है।
इस बीच राकांपा नेता छगन भुजबल ने शरद पवार के एलान पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कार्यकारी अध्यक्ष के एलान के साथ ही चुनाव का काम और लोकसभा-राज्यसभा का काम बंट जाएगा। उन्हें चुनाव नजदीक आने के साथ ही कंधों पर ज्यादा जिम्मेदारी दी गई है। यह 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अहम एलान है।