महाराष्ट्र में जारी सियासत के बीच रविवार को एक बड़ा घटनाक्रम उस वक्त देखने को मिला, जब शरद पवार के भतीजे और एनसीपी के कद्दावर नेता अजित पवार एकनाथ शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हो गए। अजित पवार के साथ आठ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि बीजेपी की वॉशिंग मशीन ने अपना काम फिर से शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हुए कई नए सदस्यों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। लेकिन इस प्रकरण के बाद अब इन्हें ईडी, सीबीआई और आयकर अधिकारियों की क्लीन चिट मिल गई है।
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी के लिए मध्य प्रदेश प्रयोगशाला था, लेकिन अब यही खेल बीजेपी महाराष्ट्र में भी खेलने लगी है। बीजेपी मध्य प्रदेश के चुनावों में भी हारेगी और महाराष्ट्र के चुनावों में भी हारेगी।
बता दें कि अजित पवार के साथ प्रफुल्ल पटेल भी हैं जिन्हें हाल ही में सुप्रिया सुले के साथ NCP का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। इसके अलावा छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुशरिफ, रामराजे निंबालकर, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, संजय बंसोडे, धर्मराव बाबा अत्राम और अनिल भाईदास पाटिल जैसे नेता भी शरद पवार का साथ छोड़ दिया है।