योगी आदित्यनाथ के शासन वाले उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से म!रने वालों की संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है। सूबे में जहरीली शराब की वजह से म!रने वालों की संख्या 82 हो गई है।
ख़बरों के मुताबिक, जहरीली शराब के कारण सबसे ज्यादा मौ!त सहारनपुर में हुई है, जहां अब तक 36 लोगों की मौ!त हो चुकी है। इसके अलावा मेरठ में 18, रूड़की में 20 और कुशीनगर में 8 लोगों की मौ!त हो चुकी है। मेरठ में जिन 18 लोगों की मौ!त हुई है, उन्हें इलाज के लिए सहारनपुर से लाया गया था।

एक तरफ़ सूबे में ज़हरीली शराब से म!रने वालों की संख्या बढ़ रही है तो दूसरी तरफ़ इस समस्या से निपटने के बजाए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर चुप्पी साध ली है। वह इस मामले पर कुछ भी बोलने से बचते नज़र आ रहे हैं। जबकि विपक्ष ने इस मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए योगी सरकार को घेरना शुरु कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “शराब पीने से हो सकता है कि लोगों की जान ज्यादा जाए। इसकी वजह यह है कि लोगों को सरकार ने लालच दिया है कि गाय की सेवा अच्छी तभी होगी, जब आप शराब ज्यादा पिएंगे। लेकिन हमारे गरीब लोगों को यह नहीं पता, उन्हें पीनी कौन सी शराब है”।

उन्होंने कहा, “योगी सरकार को यह सब पता है और वह शराब पीने वालों को बढ़ाना चाहती है। सरकार को यह भी पता है कि कौन ऐसी ख़राब शराब बना रहा है”।
वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने जहरीली शराब से हुई मौ!तों को लेकर सूबे की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में क्रिमिनल फ्रेंडली सरकार है। योगी राज में अपराधी मस्त है जनता त्रस्त। राज्य सरकार कान में तेल डालकर सो रही है।