उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है। लखनऊ सिविल कोर्ट के परिसर में मुख्तार अंसारी के करीबी को गाली मारकर हत्या कर दी गई है। वकील की ड्रेस में आए बदमाश ने मुख्तार अंसारी के करीबी संजीव जीवा पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी हैं, जिससे कचहरी में भगदड़ और अफरातफरी का माहौल है। इस फायरिंग में एक पुलिसकर्मी और एक बच्ची भी घायल हो गई है।
मौके से भाग रहे हमलावर को वकीलों ने पकड़ लिया। उसकी पिटाई की। पुलिस ने किसी तरह उसे वकीलों से छुड़ाया। हमलावर का नाम विजय यादव है। वह जौनपुर का रहने वाला है। उसने जीवा की हत्या क्यों की? इस बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। कोर्ट को छावनी में तब्दील कर लिया है। वारदात के बाद वकील आक्रोशित हो गए। पुलिस से धक्का-मुक्की की। कई पुलिसकर्मी को गेट से बाहर निकालकर गेट बंद कर दिया।
बता दें कि ये वही संजीव जीवा था, जिसका नाम चर्चित कृष्णानंद राय हत्याकांड मे भी सामने आया था। इसके अलावा फर्रुखाबाद के ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड में भी संजीव जीवा का नाम सामने आया था। ब्रह्मदत्त द्विवेदी यूपी की सियासत में बड़ा नाम थे। ब्रह्मदत्त द्विवेदी वो नेता थे जिन्हें कि मायावती का जीवनरक्षक माना जाता था। साल 1995 में जब मायावती पर हमला हुआ था तो ब्रह्मदत्त द्विवेदी वो नेता थे जिन्हें कि मायावती ने पहला कॉल मिलाया था। मायावती पर हुए इस हमले को गेस्ट हाउस कांड के नाम से जाना जाता है।
उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में गैंगस्टर अतीक अहमद की गोली मारकर हत्या के दो महीने बाद कोर्ट परिसर में यह हत्या हुई है। हत्या के बाद एक बार फिर पुलिस सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक हमलावर वकील के वेश में पहुंचे थे। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा गया है कि हत्यारों ने किस तरह घटना को अंजाम दिया।