इक़बाल अहमद जकाती
बेलगाम कभी अम्न पसंद शहर के नाम से मारूफ था पर अब कुछ सालों में समाज विरोधी ताकतों की चहल पहल ने बेलगाम के माहौल को ख़राब कर दिया.समझौता,मालेगाव धमाके तक के तारों को बेलगाम से जोड़ा गया है.बेलगाम में कई अफ़रादों की तहक़ीक़ एनआईए ने की है.पर अक्सर देखा जाता है के मीडिया ऐसी खबरों को नहीं दिखता बेलगाम एक बार फिर बेलगाम कनेक्शन साबित हुआ है.वजह है पत्रकार गौरी लंकेश और कलबुर्गी मामला.ख़ुफ़िया जानकारी के मुताबिक़ .गौरी लंकेश का क़त्ल करने से पहले बेलगाम के होटल में मीटिंग तालाब फ़रमाई गयी थी जिसमे कट्टर हिंदुत्ववादी शरीक रहे.उन्होंने बेलगाम में ही किस तरह क़त्ल करना है इस पर गौर ओ फ़िक्र किया था.पुलिस तहक़ीक़ में अब भी बहोत कुछ सामने आना बाकी है.लिहाज़ा इतना तो तय हुआ है के बेलगाम में भगवाधारी विचारधारा के लोगों का बड़ी तेदादा में होना तय है.इससे पहले भी पानसरे के क़ातिलों का भी बेलगाम में आना जाना रहा है ऐसी खबर मीडिया में आ चुकी है.
हकीकत में इसे बड़ा शर्मनाक ही कहा जा सकता है के क़ातिल क़त्ल कर के खुले आम घूमते है और हमारी ख़ुफ़िया एजेन्सिया सालों साल तक पकड़ नहीं पाती.बम धमाका हुआ भी नहीं रहता और मुसलमानों को ज़िम्मेदार ठहराने वाली ख़ुफ़िया एजेंसी भगवा आतंकवादियों को गिरफ्तार करने में नाकाम क्यों हो जाती है ऐसा सवाल भी सीपीआइ की तरफ से पूछा जा रहा है.
देश भर में ऐसे मामलात को लेकर नाराज़गी का इजहार किया जा रहा था बहरहाल हिन्दू जनजागृति के कार्यकर्ताओं का इसमें हाथ होने का मुकम्मल सबूत पुलिस के हाथ लग चूका है. अमोल काले इसी तंज़ीम का है और इस क़त्ल के पीछे हिन्दू जाग्रति के अमोल काले अमित देगवेकर,मनोहर एडवे,और नवीन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है.तहकीकात जारी है.
मैसूर के प्रोफ़ेसर भगवान की साज़िश में पकडे गए मुजरिमों की तहक़ीक़ में गौरी लंकेश क़त्ल मामला सुलझता नज़र आ रहा है.
हिन्दू जनजागृति का नेटवर्क बेलगाम में होने की सनसनीखेज खबर सामने आ रही है.क़त्ल के दौरान जो फोन खरीदा गया है बेलगाम शहर से ही खरीदा गया है. तक़रीबन ७४ सिम कार्डखरीदे गए है.जिसमे बेलगाम से भी खरेदी हुए है.२२ मोबाईल इस्तेमाल हुए है. पुलिस तहक़ीक़ कर रही है के आखिर इन दहशतगर्दों को बेलगाम शहर में कौन पनाह दे रहा है.इतना तो सच है के भगवा आतंकवादियों के लिए बेलगाम शहर सेफ हैवन बनता जा रहा है.,