उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती के पिता की सोमवार सुबह तड़के करीब तीन बजे संदिग्ध हालात में मौत हो गई। इस मौत के बाद से जेल प्रशासन और योगी सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने पीड़िता के न्यूज़ चैनल ‘आजतक’ पर दिए बयान का एक वीडियो क्लिप ट्विटर पर शेयर करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीड़ित महिला ने बताया कि उसने एक साल पहले इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी की थी।
सीएम ने उस वक्त इंसाफ़ दिलाने का आश्वासन दिया था। लेकिन एक साल के बाद इंसाफ़ मिलने के बजाए उसके पिता को ही मार दिया गया। ये शर्मनाक है, ये शर्मनाक है, इसके बाद योगी जी सोचें क्या उन्हें पद पर रहना चाहिए। आशुतोष ने अपने लगातार किए गए ट्वीट्स में कहा कि पीड़ित महिला ने बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर का नाम लिया कि उसने धमकी दी थी कि वो रेप की बात करेगी तो जान से मार देंगे और फिर पिता की थाने में पिता की मौत हो जाती है।
विपक्षी पार्टी के लोगों को मामूली आरोप में गिरफ्तार करने वाली पुलिस बीजेपी विधायक को गिरफ्तार नहीं करती। क्या बीजेपी कानून से ऊपर है? पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए आप नेता ने कहा कि अभी तक सोने वाली पुलिस ज़बर्दस्ती महिला को आजतक के कैमरे के सामने से उठा कर ले गई? अब योगी सरकार नहीं चाहती की महिला लोगों को, देश को अपनी कहानी बताए।
ये शर्मनाक है कि इस घटना पर मोदी जी की सरकार खामोश है और योगी जी भी चुप हैं। सबसे शर्मनाक तो यह है कि आज आरएसएस के सभी चिंतकों की क़लम बंद है। नैतिकता की उछल उछल कर दुहाई देने वाले चुप हैं। बता दें कि उन्नाव के माखी थानाक्षेत्र की रहने वाली युवती ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर आरोप लगाया कि जून 2017 में उन्होंने उसे बंधक बनाकर कई बार रेप किया। यहीं नहीं, उन्होंने अपने गुर्गों से भी रेप कराया। पीड़िता ने थाने में आरोपी विधायक के खिलाफ तहरीर दी।
लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद पीड़िता ने कोर्ट का रुख़ किया, लेकिन वहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले को लेकर पीड़िता का परिवार कई बार लखनऊ में पुलिस के उच्चाधिकारियों से भी मिला। एक बार मुख्यमंत्री से जनता दरबार में गुहार लगाई, लेकिन जांच की बात कहकर मामले को टाल दिया गया। पीड़िता के परिवार ने विधायक के खिलाफ पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए रविवार सुबह मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह की कोशिश की।
पुलिस ने आत्मदाह के पहले ही पूरे परिवार को पकड़ लिया और थाने लेकर आ गई। जिसके बाद उन्नाव पुलिस से संपर्क किया गया। दोपहर में एडीजी लखनऊ पीड़ित परिवार से मिले और मामले की जांच लखनऊ पुलिस से कराने का निर्देश दिया। मामले में माखी थाना अध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। इनके अलावा एक उप निरीक्षक और 4 सिपाहियों को भी निलंबित किया गया है। वहीं मामले में चार आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं।
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