डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के चीफ गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि कांग्रेस की वर्तमान लीडरशिप का देश के लोगों के ऊपर कोई प्रभाव नहीं है। उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस पार्टी को एक्सपोज और पूरी तरह से खत्म नहीं करना चाहता।
उन्होंने कहा है कि वह कांग्रेस को बेनकाब और पूरी तरह से ध्वस्त नहीं करना चाहते। नेतृत्व के साथ उनके कुछ मतभेद हो सकते हैं। लेकिन, कांग्रेस पार्टी या कांग्रेस की विचारधारा से उनके कोई मतभेद नहीं हैं। वह बोले, कांग्रेस की विचारधारा या पहले के कांग्रेस नेतृत्व से मेरे कोई मतभेद नहीं हैं। बेशक मैंने अपनी किताब में नेहरू, इंदिरा और राजीव के समय में क्या गलत हुआ, इसका जिक्र किया है। लेकिन, मैंने यह भी कहा कि वे बड़े नेता थे।
अपनी आत्मकथा में गुलाम नबी आजाद ने लिखा है कि जब गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में आर्टिकल 370 को हटाने की घोषणा की और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने का निर्णय सुनाया तो विपक्ष के नेता धरने पर बैठे लेकिन इस प्रदर्शन में जयराम रमेश शामिल नहीं हुए। तब जयराम रमेश राज्यसभा में कांग्रेस के चीफ व्हिप थे। जयराम रमेश अभी कांग्रेस के महासचिव हैं और संचार विभाग के इंचार्ज हैं।
बता दें कि राज्यसभा से 15 फरवरी 2021 को सेवानिवृत्त हुए आजाद ने कहा कि उच्च सदन से उनकी विदाई के समय 20 वक्ताओं ने भाषण दिया था और उनमें प्रधानमंत्री भी थे। जब आजाद को याद दिलाया गया कि उन्हें मोदी के उक्त भाषण के तत्काल बाद भाजपा का एजेंट करार दिया गया था तो उन्होंने कहा, ये अपमानजनक है। इसका मतलब है कि कुछ लोगों की सोच गंदी है।