अमेरिकी सांसद इल्हान उमर ने एक नया इतिहास रच दिया है। वह हिजाब पहनकर सदन में शपथ लेने वाली पहली अमेरिकी मुस्लिम महिला बन गई हैं। गुरुवार को हुए शपथग्रहण समारोह में उन्होंने अपने सिर पर हिजाब बांधकर शपथ ली। इल्हान ने पिछले साल नवंबर में अमेरिका के मध्यावधि चुनावों में जीत दर्ज की थी। डेमोक्रेट पार्टी से चुनी गईं 37 वर्षीय इल्हान ने हाउस फ्लोर पर सिर ढकने पर लगे 180 साल पुराने प्रतिबंध को खत्म कर दिया है।

बता दें कि सन 1837 से सदन में किसी भी तरह की टोपी, स्कार्फ या अन्य कपड़ा बांधने पर प्रतिबंध लगा हुआ था। ब्रिटिश संसद के जमाने से चले रहे नियम के तहत सदन में प्रत्येक सदस्यों या मेहमानों को अपनी टोपी उतार कर रखनी पड़ती थी। नियम के खिलाफ़ आवाज़ उठानी शुरू की : नवंबर में चुनाव जीतने के बाद से ही इस नियम के खिलाफ़ आवाज़ उठानी शुरू कर दी थी। जीत के बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था, ‘मेरे सिर पर स्कार्फ किसी अन्य ने नहीं बल्कि मैंने खुद बांधा है। यह मेरी पसंद है, जिसकी रक्षा पहले संशोधन से की गई है। और यह आखिरी प्रतिबंध नहीं है, जिसके खिलाफ़ मैं आवाज उठाने वाली हूं।’ स्पीकर चुनी गईं नेन्सी पैलॉसी और सदन नियम समिति के चेयरमैन जिम मैक्गवर्न ने उनकी मांग को स्वीकार करते हुए इसे बदलने वाले नियमों के पैकेज में शामिल किया था। पैकेज को मंजूरी मिलने से इल्हान की राह आसान हुई और वे सदन में हिजाब पहनने वाली पहली महिला बनीं। उन्होंने कुरान पर हाथ रखकर पद और गोपनीयता की शपथ भी ली। इस पैकेज के तहत सिर पर धार्मिक कपड़ा बांधने की इजाजत दी गई है। हालांकि बेसबॉल टोपी या हैट पहनकर शपथ लेने की अनुमति अभी भी नहीं दी गई है।

14 साल की उम्र में सोमालिया से शरणार्थी के तौर पर अमेरिका आईं इल्हान ने बदलाव पर खुशी जाहिर करते हुए लिखा, ‘‘कांग्रेस ने 181 साल बाद हिजाब पहनने से प्रतिबंध हटाने के लिए वोट किया, ताकि 116वें सदन में सभी शामिल हो पाएं। मैं अपने स्वागत के लिए साथियों का शुक्रिया अदा करती हूं। चाहती हूं कि मुस्लिमों पर लगे बाकी प्रतिबंध भी हटाए जाएं, जो इन्हें अमेरिकियों से अलग करते हैं।’’